उत्तराखंड विधानसभा भवन में आज श्रद्धांजलि सभा का किया गया आयोजन
देहरादून : इस वर्ष उत्तराखंड राज्य ने अपने कई दिग्गज नेताओं को खोया है। यह सभी नेता उत्तराखंड की राजनीति में एक विशेष पहचान रखते थे।जिनमें सल्ट विधानसभा से बीजेपी के वर्तमान विधायक सुरेंद्र सिंह जीना,उत्तराखंड विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष,कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ अनुसूया प्रसाद मैखुरी,कांग्रेस से पौड़ी के पूर्व विधायक सुंदरलाल मंद्रवाल और अविभाजित उत्तर प्रदेश में पिथौरागढ़ विधानसभा सीट से दो बार बीजेपी के विधायक रहे कृष्ण चंद्र पुनेठा की स्मृति में उत्तराखंड विधानसभा भवन में आज श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
इस दौरान उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल सहित विधानसभा के क़र्मिकों ने सभी मृतक वरिष्ठ विधायकों के चित्रों पर पुष्प चढ़ाकर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उनकी आत्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सल्ट विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना प्रभावी व्यक्तित्व के धनी और विधायी कार्यवाही के जानकार थे वे सदन में क्षेत्र और समाज के हितों के लिए अपनी आवाज बुलंद करते थे। वे पक्ष और विपक्ष दोनों के लिए ही एक प्रिय नेता थे। उनकी बेदाग छवि,हंसमुख मुस्कान और समाज के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा हमारे लिए हमेशा प्रेरणा स्रोत का कार्य करेगा।
विधानसभा अध्यक्ष कहा है कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और दो बार विधायक रहे डॉ अनुसूया प्रसाद मैखुरी मृदुभाषी और सरल स्वभाव के धनी थे। संसदीय कार्य के ज्ञाता रहे। उन्होंने जीवन पर्यंत सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में अपना प्रतिभाग किया।उत्तराखंड विधानसभा में उपाध्यक्ष की भूमिका में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पौड़ी के पूर्व विधायक,कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सुंदरलाल मंद्रवाल एक प्रख्यात समाजसेवी और राजनेता थें।राज्य और पौड़ी विधानसभा क्षेत्र में उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अविभाजित उत्तर प्रदेश में पिथौरागढ़ विधानसभा सीट से दो बार विधायक रहे कृष्ण चंद्र पुनेठा राजनीति के कुशल खिलाड़ी माने जाते थे।वे कुशल वक्ताओं में थे।उत्तराखंड राज्य बनने के बाद भाजपा सरकार में राज्य मंत्री का पद दिया गया था।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इन सभी दिग्गजों के निधन से न केवल सामाजिक बल्कि राजनीतिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। जिसकी भरपाई संभव नहीं है। विधानसभा अध्यक्ष ने इस दौरान चारों नेताओं की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
इस अवसर पर विधानसभा के प्रभारी सचिव मुकेश सिंघल,अनु सचिव नरेंद्र रावत,अनु सचिव हेम पंत,डिप्टी मार्शल लक्ष्मण सिंह रावत, प्रोटोकॉल अधिकारी मयंक सिंघल,अनु सचिव मनोज रावत सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।